msme online registration उद्योग आधार पंजीकरण प्रक्रिया 2022: नया अपडेट | how to domsme online registration

msme kya hai? उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया,आवश्यक दस्तावेज, शुल्क, लोन प्रक्रिया,नई योजनाएं, योग्यता, लाभ ( msme online registration kaise kare process , registration fee, full form, definition, new skims, documents, helpline number)

msme online registration

msme online ragistration process in hindi

आपका इस पेज पर स्वागत है। इस पेज पर हम बात करेंगे msme online registration या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के बारे मे। आखिर हमे अपने उद्योग का रेगिस्ट्रेशन क्यो कराना चाहिए। क्या यह रजिस्ट्रेशन आपके उद्योग या किसी प्रकार की सर्विस या कहे तो किसी बिजनेस के लिए जरूरी है? आपके मन मे भी कभी यह सवाल आया होगा की आखिर ये msme registration क्या बला है? यह हमारे किस काम का है? क्या इससे हमारे बिजनेस या उद्योग को किसी तरह का फायदा होगा या हमे अपने बिजनेस उद्योग को बढ़ाने के लिए सरकार मदद करेगी या  लोन देगी?  इसके क्या फायदे है?  क्या आप भी ढूंढ रहे है की उद्योग आधार रेगिस्ट्रेशन कैसे कराये और क्यो कराये आखिर आपके उद्योग का इस msme शब्द से क्या वास्ता है । तो चलिये इस पेज पर हम msme के बारे साधारण और स्पष्ट शब्दो मे कुछ चर्चा करेंगे की आखिर msme online registration kaise kare और इसके अन्य पहलू  कौन कौन से है। 

msme क्या है?(What is msme in hindi)-

msme क्या है?  यह बताने से पहले कुछ बातो को जानते है। जैसे की आपने एक शब्द सुना ही होगा की small business are the backbone of the economy मतलब की किसी भी देश की इकॉनमी की रीड की हड्डी छोटे छोटे उद्योग ही होते है। किसी भी देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने मे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की मुख्य भूमिका होती है। उदाहरण के लिए हम अन्य देशो के नाम की अमेरिका चाइना जापान इन देशो मे छोटे उद्योगो की भरमार है। शायद यही वजह है की आज ये देश टेक्नालाजी की दुनिया मे इतिहास रचते जा रहा है। हम यहाँ पर बड़े बड़े फैक्ट्रियों और कलकारखानो की बात नहीं कर रहे बल्कि छोटे छोटे उद्योग की बात कर रहे है। जो देश की gdp और विकास मे साथ ही साथ बड़े बड़े फैक्ट्रियों के विकास मे काफी हद तक अपनी भूमिका निभा रहे है।

पापुलर पोस्ट पढ़ें-

लोहे कि ग्रिल डिजाईन बिजनेस कैसे करें

मेडिकल शल्य उपकरण व्होल्सेल बिजनेस कैसे करें

अपना खुद का व्यवसाय कैसे शुरू करें

प्रोडक्ट बेचने के अचूक तरीके अभी पढ़ें

इस तरह के सभी छोटे छोटे उद्योगो की आर्थिक सपोर्ट और इनको आगे लाने के लिए देश मे इनकी योग्यता को  बढ़ाने और प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने एक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया या कहे तो इन उद्योगो के पंजीकरण करने के लिए सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (msme) का गठन किया जिसे msme पोर्टल  या उद्योग आधार पंजीकरण पोर्टल के नाम से जाना जाता है।  जिसे  medium small and micro enterprises यानि msme  माडल कहा जाता है।  msme registration को अब उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन ( udyog aadhar registration) भी कहा जाता है। इन दोनों मे कोई अंतर नहीं है। दोनों का मतलब एक ही है। msme के द्वारा मिलने वाले विभिन्न लाभ को लेने के लिए आपको अपने बिजनेस का msme registration या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन कराना होगा। 

एमएसएमई फुल फॉर्म (msme full form in hindi)-

MSME FULL FORM IN HINDI – ministry of micro, small medium enterprises

micro ,small and medium enterprises 

(सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्योग )

M- MICRO (सूक्ष्म)

S- SMALL  (लघु और)

M- MEDIUM (मध्यम)

E- ENTERPRISES  (उद्योग )

msme मे आने वाले उद्यम के प्रकार (types of msme ragistration)-

msme प्रकार से यह मतलब है की इसे दो सर्विस सेक्टरों या भागो मे बांटा गया है। जिसे इस तरह से समझ सकते है।

मैन्युफैक्चरिंग उद्योग- मैन्युफैक्चरिंग उद्योग से तात्पर्य यह है कि ऐसे उद्योग या यूनिट जो किसी चीज का निर्माण करता हो। जैसे कि लोहे के औजार बनाना, ईंजन पार्ट बनाना ये सभी तरह के निर्माण कार्य उद्योग इस तरह के केटेगरी में आते है। इनको मैन्युफैक्चरिंग इंटरप्राइजेज कहते है । इनकी सालाना टर्न ओवर या बिजनेस वैल्यू 100 या इसके ऊपर तक होता है।

सर्विस सेक्टर– इसमें सर्विस देने वाले यूनिट जैसे कि कोई संस्था या सेंटर जो कि किसी तरह का सर्विस लोगो कों देता हो जैसे कि टेलीकॉम सर्विसेज, आईटी सेक्टर, एजूकेशन सेक्टर। इन सभी तरह के सर्विस सेक्टरों को इस केटेगरी में रखा गया है। इनका सालाना टर्नओवर भी 100 करोड़ तक का होता है।

पापुलर पोस्ट पढ़ें-

अपने बिजनेस को कैसे बढ़ाएं

कंप्यूटर से संबंधित बिजनेस के तरीके

पुराने टायर का बिजनेस तरीका

सफल बिजनेस कैसे बने

msme की परिभाषा (definition of msme in hindi)-

13 मई 2020 में Msme की परिभाषा में संशोधन किया गया है। जैसे कि msme को पहले ही सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम पोर्टल कहा गया है । जो कि पहले मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट अलग अलग थे। अब msme के नए डेफिनिशन में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट को एक ही कैटेगरी में डाल दिया गया है। इसके साथ इन दोनो यूनिटों के वर्गीकरण को इन्वेस्टमेंट और टर्नओवर के आधार पर बांट दिया गया है। इसे थोड़ा डिटेल् से समझते है।

एमएसएमई की परिभाषा – एमएसएमई एक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगो से सबन्धित नियमो, कानून के निर्माण और उचित प्रशासन से सबन्धित एक गठित कार्यकारी निकाय या संस्था है। जिसे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के नाम से जाना जाता है। एमएसएमई मंत्रालय लघु और मध्यम उद्योगो के सुरक्षा और विकास के लिए कार्यरत है जिसका गठन 9 मई 2007 को हुआ। भारत सरकार ने छोटे, लघु और मध्यम उद्योगो के विकास के लिए नये नीतियों ,परियोजनाओ और योजनाओं का निर्माण करके क्रियावयान किया ताकि msme संस्था के मदद से देश मे चल रहे इन उद्योगो को आगे बढ़ाया जा सके।

msme ragistration के नए डेफिनेशन में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट में होने वाले इनवेस्टमेंट और टर्नओवर के आधार पर तीन श्रेणी में इस तरह से बांटा गया है-

सूक्ष्म उद्योग (Micro enterprises)- नए नियम के अनुसार सूक्ष्म उद्योग की श्रेणी में वो मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट आएंगे जिनमे कुल निवेश 1 करोड़ रुपए और सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपये तक का हो।

लघु उद्योग (small enterprises)- इस श्रेणी में वे सभी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट आएंगे जिनमे कम से कम 10 करोड़ लागत और टर्नओवर कम से कम 50 करोड़ का हो। लघु उद्योग की श्रेणी में रखे जाएंगे

मध्यम उद्योग (medium enterprises)- इस श्रेणी में वे सभी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट आएंगे जिनमे कुल निवेश कम से कम 50 करोड़ और सलाना टर्नओवर 250 करोड़ तक का हो।

एमएसएमई की भूमिका और महत्व (importance of msme portal )  –

यहा पर हम कुछ पॉइंट्स को जानेंगे की आखिर msme का सूक्ष्म छोटे और मध्यम उद्योगो के विकास और आर्थिक मदद के साथ भारत मे इनकी भूमिका क्या है। 

रोजगार– भारत मे कुल रोजगार का 45 प्रतिशत का रोजगार अकेले msme देता है। आप अंदाजा लगा सकते है की देश मे रोजगार के लिए msme की कितनी बड़ी भूमिका है। भारत मे लोगो के लिए कुछ रोजगारो मे से 45% का हिस्सा msme अकेले कवर करता है। 

निर्यात- भारत से विदेशो मे जाने वाली सामग्रियों के निर्यात मे से 50% तक निर्यात msme करता है। मतलब यह हुआ है की सूक्ष्म लघु और मध्यम से 50 प्रतिशत समान बाहर देश मे जाता है। जिसमे निर्यात की पूरी व्यवस्था msme करता है। 

आने वाले उद्योग- देश मे जीतने भी उत्पादन और सर्विस यूनिट्स है उसमे से 90% उद्योग msme के तहत आते है। जिसमे या तो कोई सामग्री बनती है या फिर लोगो की किसी तरह की सर्विस दी जाती है। msme अकेले  6500 प्रॉडक्ट और आइटम का निर्माण करता है। 

कुछ उदाहरण इस तरह से है- 

  • फल सब्जी 
  • किराना 
  • पेकेज फूड आइटम 
  • होटल
  • मिल्क उत्पादन यूनिट 
  • पशु पालन 
  • मोटर वाहन 
  • फर्नीचर
  • कास्मेटिक्स 
  • इलैक्ट्रिक आइटम 
  • एलेक्ट्रोनिक आइटम 
  • बुक्स कापिस 
  • हार्डवेयर सामग्री 
  • मेडिकल ईक्विपमेंट 
  • इत्यादि 

GDP कंट्रोल – सम्पूर्ण भारत का यह 10 प्रतिशत का GDP कंट्रोल करता है। 

उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन मे एक महत्वपूर्ण सवाल यह भी है की msme या उद्योग आधार पंजीकरण के तहत कौन कौन से मैनुफत्चरिंग और सर्विस यूनिट आएंगे। क्योंकि इसमे सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगो को शामिल किया गया है इसलिए msme के तहत आने वाले उद्यगो के प्रकार को थोड़ा जान लेना जरूरी है। 

उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन का नया अपडेट

Msme रजिस्ट्रेशन या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन में नए संशोधन की बात करे। तो वह यह है कि  इस पोर्टल के माध्यम से देश का कोई भी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट चाहे वो माइक्रो हो स्माल हो या मीडियम एंटरप्राइसेज या यूनिट हो।  उद्यम पोर्टल पर अब रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आपको सिर्फ और सिर्फ आधार नम्बर और स्वंय के घोषणा पत्र या शपथ पत्र की जरूरत होगी और अब इस पोर्टल से आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आसानी से करा सकते है। पहले उद्यम पोर्टल पर msme registration के लिए बिजनेस के कुछ दस्तावेज और अन्य प्रमाण पत्र, फ़ोटो अपलोड करने की जरूरत होती थी। जो कि अब सिर्फ आधार कार्ड की ही आवश्यकता होगी।

दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण अपडेट ये हुआ है की पहले msme registration मे सिर्फ मनुफच्तृंग और सर्विस यूनिट ही अपना msme registration करा पाते थे। जबकि बाजार मे भारी संख्या मे ट्रेडर्स भी है। जिंनका msme नही हो पाता था। नये अपडेट मे अब ट्रेडर्स भी अपना msme उद्योग आधार पंजीकरण करा पाएंगे और मिलने वाले लाभों को ले पाएंगे।

पापुलर पोस्ट पढ़ें-

फायदेमंद सदाबहार बिजनेस तरीके  

प्रोडक्ट बेचने के अचूक तरीके

अपने बिजनेस को कैसे बढ़ाएं

उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन का उद्देश्य (mission of msme)

Msme का मुख्य उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्योगों को आर्थिक तकनीक सहारा देंना है ताकि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सके। इसके कुछ उद्देश्य इस तरह से है। जो msme पूर्ति करती है।

1.जैसे कि हमने पहले ही बताया कि देश की रीढ़ की हड्डी कहलाने वाले और बड़े बड़े मैन्युफैक्चरिंग यूनिटों को मजबूत बनाने वाले सूक्ष्म लघु और मीडिया वर्ग के उद्योगों को आर्थिक सहारा प्रदान करना इन्हें प्रोत्साहित करना, इन्हें आगे लाना, इनके उद्योग के लिए विभिन्न तरह की सेवाएं और सुविधाओं का प्रबंधन कराना मुख्य उद्देश्य है। ताकि आत्मा निर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सके।

2.आप सभी इस बात से भली भांति परिचित है कि बिजनेस, स्टार्टअप या उद्योग  के लिए एक बेहतरीन आईडिया की जरूरत होती है। यही नही  किसी तरह का उद्योग शुरू करने के लिए एक निश्चित बजट का निवेश करना भी बहुत ही जरूरी है तभी एक उद्योग, बिज़नेस और एक नए बिजनेसमेन का जन्म होता है। मगर उद्योग के लिए बजट के अभाव में कई बिजनेस आइडियाज लोगो के मन में ही रह जाते है और उनके उद्योग शुरू करने का यह ख्वाब अधूरा रह जाता है। अब यहाँ पर केंद्र सरकार द्वारा बनाया msme पोर्टल ऐसे बिज़नेस आइडियाज का परीक्षण करके लोन का मदद करती है और उन्हें उनके उद्योग के सफल होते तक विभिन्न प्रकार के आर्थिक , यांत्रिकी और तकनीकी सहारा प्रदान करती है ताकि लोगो का सपना साकार किया जा सके और देश की आर्थिक तरक्की में छोटे उद्योगों को आगे बढ़ाया जा सके। 

रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज (document for msme registration)-

यहाँ पर आपको एमएसएमई पंजीकरण या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ  दस्तावेज़ और व्यक्तिगत जानकारी देने होंगे। जो इस प्रकार से है। 

एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ 

  • आधार नंबर 
  • पैन कार्ड संख्या 
  • मोबाइल नंबर 
  • ईमेल आईडी 
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो 
  • बैंक पसबूक छायाप्रती 
  • उद्योग का विवरण 

msme ragistration के लिए अन्य आवश्यक जानकारी 

  1. उद्योग की शुरू होने की तारीख
  2. उद्योग का प्रकार – मनुफ़चारिग या सर्विस यूनिट 
  3. उद्योग / प्लांट / सर्विस यूनिट का पता (address of the business)
  4. कार्यालय का पता (office address)
  5. उद्योग में कार्यरत कुल कर्मचारियों की संख्या (numbers of worker)
  6. बैंक खाता संख्या (bank account number)
  7. बैंक ifsc code (bank ifsc code)
  8. केंसल चेक  (cancel cheque) 
  9. Nic code 2 digit
  10. बिजनेस प्लान ( business plan and basic activity)
  11. कुल लागत की जानकारी ( total investment on plant or machinery equipment)
  12. सलाना टर्नओवर (yearly turnover)
  13. किराया नामा/ बिल्डिंय परमिट (rent agreement/ building permit)
  14. प्रॉपर्टी के कागजात (property paper- if you have your own building or property)
  15. उद्योग/प्लांट/ सर्विस में कुल लागत/ निवेश राशि(total amount of investment)

एमएसएमई  रेजिस्ट्रेशन शुल्क(msme registration fee)-

आपको अपने उद्योग के msme या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन के लिए किसी प्रकार की कोई फीस नही लगेगी। आप इसे अपने मोबाइल फोन से या अपने कंप्यूटर लैपटॉप से आसानी से कर सकते है। अन्य फीस की बात की जाय तो यदि आप किसी इंटरनेट दुकान से या कॉमन सर्विस सेंटर से कराते है तो  आपको msme registrsition के लिए कंप्यूटर कैफ़े या इन्टरनेट कैफे वाले को शुल्क देना होगा जो उनकी मानदेय होगी। इसके अलावा आपको उद्योग आधार पंजीकरण के लिए किसी तरह की कोई शुल्क की आवश्यकता नही पड़ेगी।

एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के लाभ (msme registration benefits)

msme registration कराने के बाद आपको सरकार की ओर से कितने प्रकार के लाभ मिल सकते है इसकी सम्पूर्ण जानकारी यहा पर लिस्टिंग की गई है। 

  1. 50% subsidy on patent registration- 

इसका यह मतलब है की यदि आपके पास एक नया बिजनेस मॉडल या तरीका है तो आप अपने बिजनेस मॉडल या तरीके को msme मे पंजीकृत कराके 50 प्रतिशत तक की छुट ले सकते है। 

  1. collateral free loan–  msme registration के बाद आपको अपने उद्योग या बिजनेस के लिए आसानी से लोन मिल जाता है। आधिकांशतः देखा जाता है की आपको अपने बिजनेस लोन के बैंकों के चक्कर काटने पढ़ते है या कभी कभी आपके लोन एप्लिकेशन को रिजैक्ट भी कर दिया जाता है। मगर msme registration के बाद आपको लोन आसानी से मिल जाती है।
  1. technology upgradation- कुछ उद्योग अपने उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए उचित संसाधनो और तकनीकी योजनाओ की पूर्ति करने मे सक्षम नहीं होते।  जिसके वजह से वह विकास नहीं कर पाते। यहा पर msme ऐसे उद्योगो के आर्थिक और तकनीकी संसाधनो की उचित व्यवस्था कराने के लिए बैंक से लोन मुहैया कराती है। ताकि उद्योग के विकास के लिए आधुनिक तकनीक और संसाधनो की उचित व्यवस्था की जा सके।  
  1. protection (against delay payment) -यहा पर msme registered उद्योगो को मुख्य फायदा मिलता है। अगर आपके उद्योग से किसी ग्राहक ने यदि उधार मे माल खरीदा तो उसे msme पॉलिसी के अनुसार 45 दिन के भीतर अपनी भुगतान करनी होती है। देर भुगतान की स्थिति मे ग्राहक को msme पॉलिसी के अनुसार भुगतान की राशि मे compound interets rates भी देना पढ़ सकता है।  जो बैंक के interest rates से तीन गुना तक भी हो सकता है। इस तरह की स्थिति मे msme आपको सुरक्षा देती है और भुगतात की ज़िम्मेदारी लेती है।  
  2. बैंक लोन की ब्याज दर मे छुट मिलता है 
  3. आप msme registration के बाद सरकारी टेंडर कार्य ले सकते है। अन्यथा आपका उद्योग कितना भी बड़ा क्यो न हो आप इसके लिए पात्र नहीं होंगे। काफी तरह के सरकारी टेंडर msme के लिए ही निकाले जाते है। 
  4. आपको आपके ओवर ड्राफ्ट पर 1% के ब्याज दर की लाभ दी जाती है।  
  5. msme बिजनेस को करने के लिए आप कई तरह की जरूरत की सहकारी लाइसेन्स और सर्टिफिकेट आसानी से ले सकते है। 
  6. आपके iso सर्टिफिकेट बनाने मे हुए खर्च मे छुट या खर्च की वापसी हो जाती है अगर आप इसके लिए आवेदन करते है तो। 
  7. बिजली बिलो मे छुट 

एमएसएमई रजिस्ट्रेशन फ्री में कैसे करें (online msme registration process)-

यहा पर हम जानेंगे की आप msme online registration kaise kare in hindi 

अब आपको msme registration के  लिए आधिकारिक वैबसाइट मे जाना होगा। 

आधिकारिक साइटस मे जाने के बाद आपको निम्न स्टेप लेने होंगे जो इस तरह से है। 

  • सबसे पहले आपको google या chrome browser मे जाकर udyam registration टाइप करना होगा। 
  • फिर आप udyamregistraition.gov.in वाले अधिकारीक साइट मे जाइए 
  • थोड़ा नीचे registraition here के नीचे देखे- for new enterprenurs who are not registered yet as msme or those with em-II पर क्लिक करे 
  • अपना आधार नंबर और उद्यम का नाम डाले 
  • verification and generate otp पर क्लिक करे 
  • आधार से जुड़े न्ंबर पर otp आयेगा उसे फ़िल करके validate करे 
  • otp फिल करने के बाद अगला पेज आयेगा। 
  • इस पेज मे types of organization dale और pan card संख्या भरे
  • pan validate पर क्लिक करे 
  • इसके बाद आपका msme registration करने का फॉर्म खुल जाता है आप आगे अपना msme form पूरा भरे। 

एमएसएमई के स्कीम(msme ragistration scheme)-

केंद्र सरकार ने कुछ अच्छी योजना भी msme के तहत दे रखा है। ताकि सूक्ष्म लघु और मध्यम उयोगों को प्रोत्साहन और आर्थिक मदद मिल सके उन्हे अपने उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए। एमएसएमई योजना का प्रमुख उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत का सपना भी है। msme के प्रमुख योजना इस तरह से है- 

  • उद्योग आधार- उद्योग आधार से आप कम ब्याज दर मे लोन और सबसिडी ले सकते है। 
  • महिला उद्यमिता (women entrepreneurship)- इस योजना के अंतर्गत अगर कोई भी महिला किसी तरह का बिजनेस शुरू करती है तो उसे ट्रेनिंग कौंशिलिंग और आर्थिक रूप से मदद किया जाएगा। ताकि वह अपना बिजनेस बढ़ा सके और आत्मनिर्भर बन सके। 
  • जीरो डिफ़ेक्ट जीरो एफेक्ट – msme के तहत जीतने भी एक्सपोटर्स है उनको इस बात का बढ़ावा दिया जाता है की अच्छी गुणवत्ता वाले समग्रियों का ही देश के बाहर निर्यात करे ताकि उनके रिटर्न होकर वापस आने की कोई संभावना न हो और हर सफल एक्स्पोर्ट्स पर शासन से कुछ छुट भी क्लेम कर सकते है। 
  • गुणवत्ता प्रबंधन मानक और गुणवत्ता प्रौद्योगिकी उपकरण- यह एक ट्रेनिंग एंड आवेयरनेस् प्रोग्राम होता है। इसमे एक्सपेर्ट इंस्टीट्यूट के प्रोफेशनल msme से पंजीकृत लोगो की यह सीखते और ट्रेनिंग देते है की इस आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल कैसे करना है और अपने बिजनेस को कैसे बढ़ाना है।  अपने वर्तमान प्रॉडक्ट की क्वालिटी और तकनीकी को कैसे बेहतर बनाया जाए। आपके प्रॉडक्ट की उत्पाद मे कैसे कम से कम रिजेक्शन आए और rework का ऑर्डर न आए । कैसे आप अपने माल के स्टॉक को बेकार होने से बचाए। इन तरह के ट्रेनिंग और शिक्षा दी जाती है। 
  • शिकायत प्रणाली– यह सेवा msme मालिको के कुछ समस्याओ और शिकायतों का समय पर ही हल करने का सुविधा दिया गया है। 
  • फंडिंग योजना– इस योजना मे लोगो के नए बिजनेस आइडिया को फंडिंग की जाती है। फंडिंग मे 80% तक का कॉस्ट कवर किया जाता है। इसमे  हर किसी के बिजनेस आइडिया को फंड नही दिया जाता है। इसके लिए आपको अपने बिजनेस आइडिया को प्रेसेंट करने होते है। जब आपका आइडिया सिलैक्ट हो जाता है तब आपको आपके बिजनेस आइडिया के लिए 80% तक आर्थिक सहायता दिया जाता है। 
  • क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडि योजना– इसमे msme मालिको को प्रोत्साहित किया जा रहा है की आप अपने मानेफ़चारीग मे इस्तेमाल होने वाले पुराने तकनीकी और संसाधनो को रिप्लेस करे और नए तकनीकी संसाधन खरीदे। संसाधन और मशीनरी की खरीदी के लिए msme आपको capital subsidy यानि आपको कम कीमत मे आधुनिक तकनीकी मशीन और उपकरण दिलवाएगी। अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी बैंक से संपर्क करे। 

MSME registration process step by step

निष्कर्ष- इस पेज पर आपने जाना की उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन (msme ragistration) के बारे मे जाना की आपके लिए एमएसएमई पंजीकरण या फिर लाइसेन्स की आवशयकता क्यो है और msme पंजीकरण के बाद आपको किस तरह से फायदे मिलेंगे। उम्मीद है आपको जानकारी अच्छी लगी होगी। इसे अपने जरूरतमंद दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे। अन्य सवालो के लिए नीचे कमेंट बॉक्स मे कमेंट करे।

एमएसएमई क्षेत्र क्या है?

13 मई 2020 के नए संशोधन के अनुसार msme क्षेत्र को सरल शब्दो मे कहा जाये तो यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगो की सुरक्षा और उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित किया गया एक msme rajistration पोर्टल है। जिसमे सरकार इन उद्योगो को एक विशिष्ट पहचान संख्या और मान्यता प्रमाण पत्र देने का काम करती है।

एमएसएमई की फुल फॉर्म क्या है?

एमएसएमई का फूल फॉर्म – सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (ministry of micro, small medium enterprises)

MSME से लोन कैसे ले?

msme loan लेने के लिए आपको सबसे पहले सहकारी msme पोर्टल मे आपके उद्योग का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। आपके उद्योग के पंजीकरण या लाइसेन्स के प्राप्त हो जाने के बाद कुछ दस्तावेज के साथ msme loan के लिए आवेदन कर सकते है।

2 thoughts on “msme online registration उद्योग आधार पंजीकरण प्रक्रिया 2022: नया अपडेट | how to domsme online registration

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *