गया में नक्सली को किया गिरफ्तार : 8 सलों से था फरार ..

जी हां दोस्तों मेरे इस पोस्ट के माध्यम से जाने कि कैसे गया के इमामगंज से एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया है या नक्सली पिछले 8 साल से फरार था और वेशभूषा बदलकर अलग-अलग गांव में छिपा रहता था सीआरपीएफ के मदत से नक्सली को पकड़ लिया गया और उसे कार्रवाई शुरू की गई तो मेरे इस पोस्ट को पूरा पढ़े और अपने दोस्तों के साथ शेयर करे धन्यबाद |

गया जिले के नक्सल प्रभावित प्रकरण इमामगंज से 2 जवानों ने डायनामाइट लगाकर मौत की नींद सुला देने वाले दो खतरनाक खतरनाक नक्सली को पकड़ लिया है | उस नक्सली को इमामगंज के गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है | वह लगभग 8 वर्षों से फरार था |

पुलिस का कहना है कि नक्सली को सीआरपीएफ 159 के सहयोग से गिरफ्तार किया गया था नक्सली की पहचान जगदीश प्रजापति के बेटे रामानंद प्रजापति बताया जा रहा है इमामगंज के एसडीओ मनोज राम ने नक्सली के पकड़े जाने पर छानबीन और पुष्टि की है |

नक्सली के पकड़े जाने के खिलाफ 2015 में सलैया मोड़ के निकट डायनामाइट लगाकर कोबरा के 2 जवानों को मार दिया था और 2015 के इस घटना में कुछ नए जवान भी घायल हो गए थे इसी मामले को नजर में रखते हुए रामानंद के खिलाफ 2015 में डुमरिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था इस केस के लिए लगातार सभी आरोपियों की तलाश की जा रही थी और छानबीन चल रही थी पकड़े जा चुके थे पुलिस के हाथ नहीं लगा था |

नकली रामानंद हमेशा अपने ठिकाने बदलता रहता था और साथ ही साथ अपने बेस बुद्धा भी बदलते रहते थे ताकि उसे पकड़ना पाए और उसके साथ ना कर पाए इस बात का पता पुलिस को चला तो शेयर किए को सूचना मिली कि रामानंद गांव में छुपा हुआ है उसे उस गांव में देखा गया और पुलिस को सूचना दी गई इमामगंज पलिस की और उस पूरे गांव को घेर लिया गया | जिससे कि नक्सली को पकड़ा जाए | जिसकी तलाश थी पुलिस को सालो से थी |