Sandesh Lekhan in Hindi for Class 9th, 10th CBSE | संदेश लेखन कक्षा 10 | संदेश लेखन के उदाहरण

हेलो दोस्तों आपका इस पेज में स्वागत है। इस पेज में हम संदेश लेखन कक्षा 10वी cbse स्टैंडर्ड के लिए पढ़ेंगे। आखिर sandesh lekhan class 10 learn cbse किस तरह से होते है।

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Topic covered – sandesh lekhan class 10th | sandesh lekhan class 10 format | patra lekhan class 10

हेलो दोस्तों आपका इस पेज में स्वागत है। इस पेज में हम संदेश लेखन कक्षा 10वी cbse स्टैंडर्ड के लिए पढ़ेंगे। आखिर sandesh lekhan class 10 किस तरह से होते है।

पत्र लेखन एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिये हम अपनी बातों को, सूचनाओं को लेख के माध्यम से एक दूसरे तक प्रेषित करते हैं या साझा करते हैं। संदेश लेखन का यह परंपरा आज का नहीं बल्कि बरसो पुराना है। जहां ऋषि मुनि, राजा महाराजा संदेशों का आदान प्रदान पत्र लेखन के माध्यम से किया करते थे। इसके पहले हमने संदेश लेखन पर एक बेहतरीन पोस्ट दिया है। इसे भी जरुर पढ़ें।

Note - sandesh lekhan class 10 th learn cbse के लिए महत्वपूर्ण संदेश के फॉर्मेट इस लेख के नीचे दिए गए है। इसे ध्यान पुर्वक पढें और patra lekhan class 10 format भी जरूर सीखें।

मगर आज आधुनिक तकनीकी दुनिया मे patra lekhan सिर्फ औपचारिक कार्यों तक ही सिमट कर रह गया है। हमारे सभी अनौपचारिक संदेश सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाट्सप, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से ही पूरे हो जा रहे है।

आधुनिक समय मे हम अपनी बातों को सोशल मीडिया के जरिये बहुत ही आसान और शीघ्र ही एक दूसरे से साझा कर लेते हैं। मगर इसका मतलब यह नहीं कि संदेश लेखन पूर्ण रूप से विलुप्त या इसका कोई महत्व नहीं रह गया है। sandesh lekhan का अभी भी उतना ही महत्व है जितना पहले था।

पत्र लेखन एक विशेष कला कला भी है जिसके माध्यम से आपके अंदर भाषा कौशल, शैक्षिक योग्यता, व्यक्तिगत सम्बंध, आपसी सूझ बूझ और अपनी भाषा मे पकड़ बताती है और आपके अंदर यह सारी क्वालिटियाँ उजागर करती है।

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Sandesh lekhan class 10th

Sandesh lekhan class 10 – पत्र लेखन अभ्यास की शुरुआत हमारे स्कूल के पाठ्यक्रम से ही शुरू हो जाया करती है। परीक्षा में विद्यार्थियों को पत्र लेखन कराने का अभ्यास कराया जाता हैं। 

अक्सर विद्यार्थियों को पत्र लेखन करने में पत्र के भाग जैसे कि अंश और उपसंहार लिखने में, शब्दो के चयन, भाषा शैली, सही क्रम इत्यादि चीजों में कठिनाई होती है। विद्यार्थी चाहे class 10 में या class 9 में,उसे पत्र रटने के बजाय समझना चाहिए। 

लेख में class 10 cbse के बच्चों के लिए संदेश लेखन के बारे में सम्पूर्ण चर्चा करेंगे। patra lekhan class 10 learn cbse के इस अभ्यास लेख में हम जानेंगे कि पत्र लेखन की शुरुआत और अंत किस तरह से होता है। साथ ही साथ पत्रों के प्रकार को भी वरणीकृत करेंगे। 

लेख का नाम sandesh lekhan class 10 
लेख कि श्रेणी patra lekhan class 10 
कटेगरी शिक्षा 
भाषा hindi 
अन्य जानकारी sandesh lekhan class 10 format
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कंटेंट स्त्रोत Learncbse.in

पापुलर पोस्ट-

संदेश लेखन के प्रकार | sandesh lekhan types class 10th

प्रायः पत्र लेखन के 2 प्रकार होते है।

  1. औपचारिक पत्र
  2. अनौपचारिक पत्र
  1. औपचारिक पत्र – ऐसे पत्र सहकारी, गैर सहकारी या अन्य कार्यालयों को भेजे जाते हैं। इस तरह के संदेश औपचारिक संदेश में आते हैं।
  1. अनौपचारिक पत्र – ऐसे पत्र निजी, परिवर्ज़ व्यक्तिगत होते हैं। जैसे कि बधाई पत्र, निमंत्रण पत्र, विवाह निमंत्रण आदि। इस तरह के सभी पत्र अनौपचारिक पत्र की श्रेणी में आते है। 

औपचारिक पत्र के निम्नलिखित वर्ग

  • कार्यालयों को प्रार्थना पत्र
  • प्रधानाचार्य को पत्र
  • नियुक्ति हेतु कार्यालयों को आवदेन पत्र
  • सुझाव एवं शिकायत पत्र
  • समस्याओं पर ध्यान आकर्षित पत्र

अनौपचारिक पत्र के निम्नलिखित वर्ग

  • बधाई पत्र
  • मनीऑर्डर पत्र
  • शोक संदेश
  • विवाह निमंत्रण
  • अन्य निमंत्रण एवं पत्र

औपचारिक और अनौपचारिक संदेश लेखन में औपचारिकताओं की सूची | patra lekhan class 10 imp. note

संदेश प्रकारसम्बंधअभिवादन शब्दपत्र अंत का शब्द
व्यक्तिगतपिता – पुत्रपुत्र – माताभाई – बड़ामित्र – मित्रप्रिय/आयुष्मान पूजनीय/माता जीआदरणीय भैयाप्रिय (नाम)तुम्हारा पिता,
आपका स्नेहीआपका अनुज, तुम्हारा मित्र
आवदेन पत्रप्रधानाचार्यप्रधानपाठकआदरणीय प्रधानाचार्य महोदयविनीत, प्रार्थी,
आपका आज्ञाकारी
कार्यालय पत्रबैंक मैनेजर कोरेलवे अधीक्षक कोमहानिदेशक कोकेंद्रीय मंत्रीभारत सरकार को,संपादक कोश्रीमानमान्यवर, श्रीमान परम मान्यवर/माननीय मान्यवर/ आदरणीय सम्पादकविनीत,/प्रार्थी भवदीय/ प्रार्थी भवदीय/प्रार्थी/कृपाकांक्षी
व्यावसायिकपुस्तक विक्रेतामहोदयभवदीय, आपका(नाम)

संदेश लेखन अंग | sandesh lekhan class 10 th

संदेश लिखने के मुख्य 2 अंग होते है। 

  1. प्रेषक
  2. प्राप्तकर्ता

1.प्रेषक – औपचारिक पत्रों में यह अंग यानि की पत्र लिखने वाले का नाम, पता आदि लिखना होता है। अनौपचारिक पत्रों में यह अंग अनुपस्थित होता है। परीक्षा की घड़ी में class 10th विद्यार्थी अपना नाम, स्थान आदि न लिखकर अपना रोल नम्बर लिख सकते हैं। ध्यान रहें यह sandesh lekhan का यह अंग हमेशा लिफाफे के बाएं तरफ सबसे ऊपर होता हैं।

2. प्राप्तकर्ता यानी कि जिसके लिए संदेश लिखा जा रहा है उसका पूरा नाम और पता पत्र के दाएं तरफ नीचे लिखना होता है।

संदेश या पत्र लेखन कैसा होना चाहिए | patra lekhan class 10 format

  • सरल – संदेश सरल और स्पष्ट भाषा शैली में होंना चाहिए। 
  • स्पष्ट – संदेश लेखन स्पष्ट रूप से औपचारिक और अनौपचारिक को दर्शाना चाहिए। आप किस तरह से किनको संदेश लिख रहे हो यह स्पष्ट होना चाहिए।
  • संक्षिप्त – पत्र लेखन के दौरान अपनी बातों को ही सरल और सटीक शब्दों में लिखें। अनावश्यक बातों से बचना चाहिए।
  • संदेश में सम्मानजनक और आदरणीय शब्दों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। 
  • उद्देश्य – संदेश में यह सुनिश्चित करें कि आपके संदेश लिखने का उद्देश्य पूर्ण हो रहा या नहीं। बेतुकी बातों और व्यर्थ के शब्दों का इस्तेमाल न हो। 

संदेश लिखने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? | patra lekhan class 10 

  1. संदेश लेखन सबसे पहले एक बॉक्स गोले के अंदर लिखा जाना चाहिए।
  2. संदेश की शुरुआत में संदेश अवश्य लिखना चाहिए और साथ ही साथ दिनांक और समय लिखना चाहिए।
  3. संदेश में मुख्य विषय पर जितना प्रभावित शब्द हो, उसका उपयोग करना चाहिए।
  4. संदेश लिखने में कम से कम शब्दों का उपयोग करना चाहिए।
  5. संदेश लिखने में सरल और संक्षिप्त शब्दों का उपयोग करना चाहिए।
  6. संदेश में गलत बातों के उपयोग से बचना चाहिए।
  7. संदेश में केवल विषय वस्तु पर भी ध्यान देना चाहिए।
  8. यदि आपका संदेश औपचारिक है तो आप भाषा का उपयोग ध्यान से करें। क्योंकि औपचारिक संदेश में भाषा की दक्षता अति आवश्यक होती है।
  9. यदि आपका संदेश अनौपचारिक है, तो आप किसी भी भाषा का उपयोग कर सकते हैं।
  10. संदेश के अंत में बाई ओर भेजने वाले का नाम लिखते हैं।

प्रधानाचार्य संदेश लेखन फॉर्मेट | sandesh lekhan class 10 th format 

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संदेश लेखन उदहारण | Sandesh lekhan class 10 th

1.विद्यालय की महँगी फीस के कारण गरीब बच्चों को प्रवेश देने का अनुरोध करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या को प्रार्थना-पत्र लिखिए।

सेवा में

प्रधानाचार्या जी

शारदा सीनियर सेकेंडरी स्कूल 

रिसाली, भिलाई दुर्ग

विषय- गरीब बच्चों के लिए शुल्क में छूट हेतु

महोदया,

            विनम्र निवेदन यह है कि मैं इस विदयालय की दसवीं कक्षा का छात्र हूँ। हमारे विद्यालय का शत-प्रतिशत परिणाम, यहाँ के अध्यापक-अध्यापिकाओं की मेहनत और शिक्षण-सुविधाएँ इसकी ख्याति में वृद्धि कर रहे हैं। क्षेत्र के अभिभावक अपने बच्चों को यहाँ प्राथमिकता के आधार पर पढ़ाना चाहते हैं। इस विद्यालय के पढ़े-लिखे छात्र उच्च पदों पर कार्यरत हैं, यह देख बच्चे भी यहाँ पढ़ने की इच्छा रखते हैं। धनीवर्ग अपने बच्चों को आसानी से पढ़ा सकते हैं पर यहाँ की महँगी फीस गरीब बच्चों की शिक्षा में बाधक है। गरीब बच्चे चाहकर न यहाँ प्रवेश ले सकते हैं और न अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

अतः आपसे प्रार्थना है कि विद्यालय की प्रत्येक कक्षा में 20 प्रतिशत गरीब बच्चों को प्रवेश देकर मानवता की भलाई के लिए एक पुनीत कार्य करें तथा उनके सपनों को साकार करने में अपना योगदान दें।

सधन्यवाद

                          आपका आज्ञाकारी शिष्य

                          नाम – अनुराग कश्यप

                           रोल नम्बर – 202234

                          दिनांक – 14-08-2022

2. शिक्षा से वंचित हो रहे बच्चों को शिक्षा के प्रति ध्यान आकर्षित कराने के लिए समाचार प्रकाशक को पत्र ।

23/sb इंद्रा कालोनी

दिनांक- 14/08/2022

संपादक महोदय

इंडिया टाइम्स

नई दिल्ली

महोदय,

       आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र के कॉलम के माध्यम से, मैं आपका ध्यान ‘सर्वशिक्षा अभियान’ आंदोलन की ओर आकर्षित करना चाहता हूं जिसका उद्देश्य सभी बच्चों को ज्ञान प्रदान करना है। यहां तक ​​कि आरटीई-शिक्षा का अधिकार अधिनियम भी चार से चौदह वर्ष की आयु के सभी बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित करता है। लेकिन इन आंदोलनों और कृत्यों को विशेष रूप से वंचित वर्ग में कहीं भी लागू नहीं दिखाया गया है। अभी भी कई बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल नहीं जाते हैं। वे या तो घरेलू मजदूर के रूप में काम करते हैं या कारखानों, ढाबों आदि में काम करते हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि हमारी सरकार की योजनाओं का कोई असर नहीं हो रहा है। यह सब इस प्रकार के आंदोलनों के प्रति जागरूकता की कमी के कारण है।

जागरूकता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम सभी को प्रिंट मीडिया के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की मदद की जरूरत है। वंचित बच्चों को यह एहसास कराना चाहिए कि उन्हें शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। इसलिए उन्हें स्कूल जाना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बाल-श्रम को हतोत्साहित किया जाए ताकि इन बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य दिया जा सके। मुझे आशा है कि आप इस नेक कार्य पर ध्यान देंगे और इसे अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।

आपको धन्यवाद।

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3. अपने भारतीय स्टेट बैंक शाखा को चेक बुक के लिए पत्र

सेवा में

प्रबंधक महोदय

भारतीय स्टेट बैंक

शाखा-मालवीय नगर, दिल्ली

विषय :- नया चेक बुक बाबत

महोदय,

              विनम्र निवेदन यह है कि मैं सुमन चौधरी जो कि आपके  गांधी नगर बैंक शाखा का नियमित खाता धारक हूँ। मेरा खाता क्रमांक 248934…………… है। बैंक खाता खुलवाते वक़्त मुझे चेक बुक उपलब्ध कराया गया था। जिसका अब तक मैंने पूर्ण तरीके से भलीभांति इस्तेमाल कर लिया है। मुझे भविष्य में लेन-देन के लिए चेक बुक की पूनः आवश्यकता है।

आपसे प्रार्थना है कि मुझे उपर्युक्त खाते के लिए नई चेक बुक प्रदान करने का कष्ट करें।

 सधन्यवाद

                                              भवदीय

                                           सुमन चौधरी

                              गांधी नगर, भिलाई दुर्ग

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अनौपचारिक पत्र/ शुभकामना संदेश लेखन class 10

1.नवर्ष कि बधाई के लिए बड़े पापा को बधाई संदेश lekhan 

दिनांक – 01/01/2022

समय – 10 am

प्रिय बड़े पापा जी,

                     नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करता हूं कि आप सब सकुशल होंगे और इस साल आप सभी की जीवन में खुशियों से भरा हो और सारे सपने सच करने वाला हो। आप सभी की सारी इच्छाएं पूरी हो जाए। यही मैं भगवान से दुआ करता हूं। एक बार और आप सभी को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं।

आपका छोटा लाडला पिंटू 

2. आई०आई०टी० की परीक्षा में चयनित होने पर अपने मित्र को शुभकामना संदेश लेखन क्लास 10

प्रिय मित्र सरोज

सप्रेम नमस्ते

मैं यहाँ सकुशल रहकर आशा करता हूँ कि तुम भी सकुशल होगे और मैं ईश्वर से यही मनाया करता हूँ। कुछ ही देर पहले अमित नामक एक मित्र से सुना कि तुम्हारा चयन आई०आई०टी० की परीक्षा में हो गया है तो मैं खुशी से उछल पड़ा। इसके लिए मैं तुम्हें बार-बार बधाई देता हूँ।मित्र राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा में चुना जाना कोई आसान काम नहीं है। यह तुम्हारे निरंतर कठिन परिश्रम का फल है। परिश्रम से मनचाही सफलता अर्जित की जा सकती है, इसका तुमने एक बार फिर से प्रमाण दे दिया है। तुम्हारी यह सफलता तुम्हारे छोटे भाई-बहनों के अलावा हम मित्रों के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगी। 

अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना। शेष सब ठीक है। उज्ज्वल भविष्य की खूब सारी शुभकामनाएं देते हुए।

तुम्हारा मित्र

सूरज 

औपचारिक पत्र | patra lekhan class 10 th format

1.प्रौद्योगिकी पर बढ़ती मानव निर्भरता पर अपनी राय और विचार व्यक्त करते हुए एक राष्ट्रीय दैनिक के संपादक को पत्र लिखिए। एक छोटे बच्चे से लेकर एक वयस्क, या यहां तक कि एक बूढ़े आदमी तक, हर कोई केवल गैजेट चाहता है-सेल फोन, आई-पॉड, लैपटॉप आदि। इससे सामाजिक संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

30 सी.ओ.डी. कॉलोनी नई दिल्ली

15 मई, 20 xx

संपादक 

द टाइम्स ऑफ इंडिया नई दिल्ली

विषय :- आधुनिक प्रौद्योगिकी पर मानव निर्भरता।

श्रीमान,

        मैं अपने इस पत्र के माध्यम से सभी का ध्यान प्रौद्योगिकी पर मनुष्य की बढ़ती निर्भरता की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। हम किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं जो हमें केवल एक क्लिक की दूरी पर मिलती है। हर कोई, चाहे बच्चा हो या वयस्क, सेल फोन, आई-पॉड, लैपटॉप आदि जैसे गैजेट चाहता है। निस्संदेह, प्रौद्योगिकी मानव जाति के लिए एक वरदान है और आगे एक महान भविष्य है। लेकिन मेरे विचार से हमें इस पर निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि अति हर चीज की बुरी होती है। यह सभी को आलसी बना रहा है। वहीं दूसरी तरफ साइबर क्राइम भी बढ़ रहे हैं। इसके लिए मुख्य शब्द सावधानी है।

हमें प्रौद्योगिकी का विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए और पूरी तरह से इस पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। हमें प्राकृतिक और सरल जीवन में विश्वास करना चाहिए।

मुझे आशा है कि आप मानव के बेहतर भविष्य के लिए इस पत्र को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे।

आपको धन्यवाद।

आपका साभार

रंजन कुमार 

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2.आपने स्कूल भ्रमण के दौरान अपने शहर के वाटर पार्क का दौरा किया। आपने देखा कि पानी साफ नहीं था और इसमें एक बासी गंध भी थी जिसके परिणामस्वरूप कई जल जनित रोग हो सकते थे। इकाई, स्वास्थ्य और अपने स्वयं के विचारों से विचार लेते हुए, एक स्थानीय समाचार पत्र के संपादक को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखें कि उस स्थान का दौरा करने के अपने अनुभव और प्रदूषित पानी आगंतुकों को कैसे प्रभावित करेगा। वाटर पार्क में बरती जाने वाली सावधानियों को शामिल करें

412, साकेत नगर 

नया रायपुर 

14 अगस्त 2022 

संपादक

दैनिक भास्कर 

नई दिल्ली

विषय: वाटर पार्क की गंभीर स्थिति

श्रीमान

आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र के कॉलम के माध्यम से, मैं अपने अनुभव को उन सभी के साथ साझा करना चाहता हूं जो मैंने हाल ही में वाटर पार्क की अपनी यात्रा के दौरान किया था। हमने स्कूल के बहिष्कार के एक हिस्से के रूप में उस जगह का दौरा किया लेकिन इसकी दुर्दशा को देखकर चौंक गए। पार्क का पानी गंदा था और उसमें से बदबू आ रही थी। इससे कई जल जनित रोग हो सकते हैं। खराब स्थिति के कारण वहां बहुत कम लोग पहुंचे।

मैं संबंधित अधिकारियों को अवगत कराना चाहता हूं कि वे उचित अंतराल पर पानी की नियमित सफाई सुनिश्चित करें। ड्रेनिंग भी की जा सकती है। इसकी लोकप्रियता को बहाल करने के लिए कैंटीन या स्नैक बार खोला जा सकता है। अगर ठीक से देखभाल की जाए तो यह जगह एक लोकप्रिय हॉलिडे स्पॉट बन सकती है।

आपको धन्यवाद।

भवदीय 

अमित बंछोर 

3.हिंसात्मक और अर्धनग्न और कार्यक्रमों के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए अनुरोध करते हुए प्रतिष्ठित समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।

सेवा में

संपादक महोदय

राष्ट्रीय सहारा (दैनिक)

नई दिल्ली

विषय- टीवी चैनलों पर आपत्तिजनक कार्यक्रमों पर रोक लगाने बाबत 

महोदय,

       मैं आपके सम्मानित एवं लोकप्रिय पत्र के माध्यम से दूरदर्शन पर प्रसारित उन कार्यक्रमों पर रोक लगाने का अनुरोध करना चाहता हूँ जिनमें हिंसा और अश्लीलता का बोलबाला होता है।

इन दिनों दूरदर्शन के अनेक चैनलों पर ऐसे धारावाहिकों तथा अन्य कार्यक्रमों का प्रसारण किया जा रहा है जिनमें हिंसा, मार-काट और अश्लीलता का खुला प्रदर्शन किया जा रहा है। दर्शकों को हँसाने के नाम पर द्विअर्थी संवादों का प्रयोग किया जा रहा है। बात-बात में बंदूक निकाल कर यूँ दिखाई जाती है जैसे खिलौना हो। इसके अलावा महिला पात्रों के वस्त्र इतने छोटे दिखाए जाते हैं कि ये पात्र अर्धनंगे से नज़र आते हैं। इसका सबसे अधिक बुरा असर बाल एवं किशोर मन पर होता है। उनका कोमल मन भ्रमित होता है। इससे छेड़-छाड़, हिंसा, बलात्कार जैसी असामाजिक घटनाओं में वृद्धि हुई है जो किसी भी समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है। ऐसे में इन कार्यक्रमों के प्रसारण पर रोक लगाया जाना चाहिए।

अतः आपसे प्रार्थना है कि इसे अपने समाचार पत्र में स्थान दें ताकि ऐसे कार्यक्रमों के निर्माता एवं प्रसारण अधिकारी इनके प्रसारण को रोकने के लिए यथोचित कदम उठाएँ।

सधन्यवाद

भवदीय

अंकुर मिश्र 

4.आपके दादाजी बढ़ती कीमतों से बहुत परेशान हैं और अपने पुराने समय के बारे में सोचते रहते हैं जब चीजें बहुत सस्ती थीं। आप आश्वस्त हैं कि मुद्रास्फीति ने आम आदमी के लिए जीवन कठिन बना दिया है। गरीब परिवारों की कठिनाइयों का वर्णन करते हुए एक राष्ट्रीय दैनिक के संपादक को 100-120 शब्दों में पत्र लिखिए।

राजेंद्र नगर – रायपुर 

14 अगस्त 2022 

संपादक 

द टाइम्स ऑफ इंडिया नई दिल्ली

विषय :- बढ़ती कीमतें के लगाम हेतु जागरूक बाबत 

श्रीमान,

             मैं आपका ध्यान उस महंगाई की ओर आकर्षित करना चाहता हूं जिसने आम आदमी का जीवन कठिन बना दिया है। पहले के समय में ऐसा नहीं था जब चीजें बहुत सस्ती थीं और लगभग सभी की पहुंच में थीं। लेकिन सभी वस्तुओं की कीमतों में तेज वृद्धि ने एक आम आदमी के लिए अपने दोनों सिरों को पूरा करना मुश्किल बना दिया है, वह अपने परिवार का दैनिक खर्च भी नहीं उठा सकता है। यह उनके जीवन में निराशा और निराशा को जन्म दे रहा है। भ्रष्टाचार भी बढ़ रहा है, इसलिए आर्थिक संकट से बचने के लिए लोग रिश्वतखोरी की ओर रुख कर रहे हैं, जो सभी बुराइयों का मूल कारण है। महंगाई की वजह से ही समाज खराब मोड़ ले रहा है।

अब समय आ गया है कि संबंधित अधिकारी इस सामाजिक कारण के प्रति जागें और बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने का प्रयास करें ताकि लोग एक आरामदायक और शांतिपूर्ण जीवन जी सकें।

आपको धन्यवाद।

आपका विक्रम राणा

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आपने sandesh lekhan class 10 th या कहें तो patra lekhan class 10 thके बारे में सम्पूर्ण जानकारी लिया। लेख में हमनें sandesh lekhan class 10 format, patra lekhan class 10 format को भी ऐड कर रखा है। ताकि आपको पत्र लेखन को समझने में आसानी हो। उम्मीद है लेख आपको पसन्द जरूर आया होगा। 

प्रश्न- पत्र लेखन क्या है ?

पत्र लेखन सूचनाओं, आदेश, अनुरोध या व्यक्तिगत भावनाओं को पत्र में लिखित माध्यम से एक जगह से दुसरे जगह या कहें तो एक दुसरे से साझा करने का तरीका है। जिसके लिए हमें औपचारिक और अनौपचारिक पत्रों को ध्यान में रखते हुए एक विशेष भाषा शैली और क्रम के अनुसार अपनी बातों को पत्र में लिखकर व्यक्ति विशेष को प्रेषित करने होते है। यही विधि पत्र लेखन कहलाता है।

पत्र लेखन और संदेश लेखन क्या है?

पत्र लेखन और संदेश लेखन में कुछ ज्यादा अन्तर नहीं है। पत्र लेखन शब्द का इस्तेमाल औपचारिक पत्र के लिए और sandesh lekhan शब्द का इस्तेमाल अनौपचारिक पत्र लेखन के लिए सामान्यतः उपयोग में लाया जाता है।

 

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